छठ मैया 2
🌹 *छट मैया* 🌹
सूर्य षष्ठी का पावन पर्व यह
कातिक शुक्ल को आता है।
तीन दिनों तक चलती पूजा,
नदी तट पावन हो जाता है।।
भाव भक्ति से पूजन करते,
नर नारी सब मिलजुल कर।
गन्ना,लाई,ठिकुआ,बताशा,
अर्पण करते हैं जाकर।।
अस्ताचल को चलें प्रभाकर,
देख अर्घ उनको सब देते ।
जल के भीतर खड़ी सुहागन,
भर अंचल फिर आशिष लेते।।
हे छठ मैया सुरज की बहनी,
हम पर किरपा करियो माँ।
कुशल रहें मेंरे घर परिवार में,
मुझे सुहागन रखयो माँ।।
पूरी रात करें जगराता,
गा गा कर सरिता तट में।
भोर भये फिर उगते सूरज को,
करें अरघ सरिता तट में।।
चन्द्रकला दुबे
डिंडौरी
30--10--22सुनीता गुप्ता कानपुर
Palak chopra
03-Nov-2022 03:09 PM
Shandar 🌸
Reply
Raziya bano
01-Nov-2022 04:57 PM
Bahut khub
Reply
Sachin dev
01-Nov-2022 03:41 PM
Nice 👌
Reply